कुछ कह रहा है कोरोना
कोरोना तो एक बहाना है
मक़सद तो सबक़ सिखलाना है
इंसान जो बनने चला था ख़ुदा
उसे वापस राह पे लाना है
…कोरोना तो एक बहाना है
हो गए थे हम मग़रूर बहुत
थे अहंकार की धुन में मस्त
माँ प्रकृति को तड़पाने में
बिगड़ी औलाद के लक्षण थे
जो तोड़ के हर लक्ष्मण रेखा
निकले मंगल की खोज में हम
मिल भी जाता गर मंगल तो
फिर लौट के घर तो आना था
मिल भी जाता ब्रह्मांड हमें
फिर लौट ज़मीं पर आना था
माँ प्रकृति को ठुकरा बैठे
माँ को हम ढेस लगा बैठे
यह अहंकार मिटाना है
विवेक को वापस लाना है
इस वहशीपन को भुलाना है
इंसान को याद दिलाना है
एक रूठी माँ को मनाना है
माँ का दुलार फिर पाना है
कोरोना तो एक बहाना है
मक़सद तो सबक़ सिखलाना है
इंसान जो बनने चला था ख़ुदा
उसे वापस राह पे लाना है
…कोरोना तो एक बहाना है
वंदना सिंह
२९ मार्च, नई दिल्ली